निगम आयुक्त ने ली जल विभाग की बैठक, पेयजल सप्लाई में सुधार के दिए निर्देश

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राजनांदगांव। नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने बुधवार को जल विभाग के अधिकारियों और वाल्वमेनों की बैठक लेकर पेयजल व्यवस्था में सुधार और बेहतर समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वर्षा ऋतु में पानी की कोई कमी नहीं है, इसके बावजूद शहर के कुछ हिस्सों में समुचित जल आपूर्ति नहीं हो रही, जो स्पष्ट रूप से विभागीय लापरवाही को दर्शाता है।
आयुक्त ने दो टूक कहा कि पेयजल सप्लाई जैसी जरूरी सेवा में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने वाल्वमेनों को हिदायत दी कि टंकी पूरी तरह भरने के बाद ही वाल्व खोलें, किसी के कहने पर छेड़छाड़ न करें। साथ ही पाइपलाइन में लिकेज या सप्लाई न होने की स्थिति में क्षेत्रीय निरीक्षण कर तत्काल जानकारी दें।
बैठक में आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कई शिकायतें ऐसी मिल रही हैं कि टंकियां पूरी नहीं भरी जातीं और कम चुड़ी पर वाल्व खोल दिए जाते हैं, जिससे पानी का प्रेशर कम होता है और अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचता। उन्होंने चेताया कि इस तरह की शिकायतें दोबारा नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि सप्लाई के समय संबंधित टंकी क्षेत्र के सभी वाल्वमेन आपस में संपर्क कर एक साथ वाल्व खोलें, ताकि पानी का प्रेशर बना रहे। ट्रांसपोर्ट नगर, नवागांव, लखोली और दीनदयाल नगर की टंकियों के पूरी न भरने की शिकायत पर उन्होंने टंकीवार चर्चा करते हुए प्रत्येक उप अभियंता को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने को कहा।
आयुक्त ने फिल्टर प्लांट की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए बिना अनुमति किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही इंटक वेल की सफाई, पंप और पैनल बोर्ड की स्थिति पर नजर रखने को कहा। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में बाढ़ से निपटने की भी व्यापक तैयारी जरूरी है।
एलम भंडारण में हुई लापरवाही पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि इससे निगम की छवि को नुकसान पहुंचा है। भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए आवश्यक सामग्री का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाए और अमृत मिशन की एजेंसी द्वारा चल रहे कार्यों की सटीक निगरानी की जाए।
जल विभाग के प्रभारी सदस्य सुनील साहू ने कहा कि टंकियों के समय पर नहीं भरने से कम प्रेशर की समस्या आती है, इसलिए भरने के बाद ही सप्लाई शुरू करें। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या हो तो उन्हें और संबंधित पार्षद को जानकारी दी जाए।
मोहारा के पार्षद और शिक्षा विभाग के प्रभारी सदस्य आलोक श्रोती ने कहा कि फिल्टर प्लांट में लंबे समय तक लाइट बंद होने से सप्लाई बाधित होती है। इसका समाधान निकालने के लिए विद्युत विभाग से चर्चा जरूरी है।
कार्यपालन अभियंता यूके रामटेके, सहायक अभियंता गरिमा वर्मा, उप अभियंता अनूप पांडे, फिटर सोमनाथ, लिपिक तुषार शुक्ला सहित सभी वाल्वमेन बैठक में मौजूद रहे।
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी, और जिम्मेदारी निभाने में चूक करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।