राजनांदगांव। थाना बोरतलाव पुलिस ने लापता नाबालिग बालिका को सायबर ट्रेसिंग के आधार पर हैदराबाद से सकुशल बरामद करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी द्वारा बालिका को बहला-फुसलाकर भगाया गया था और हैदराबाद में ले जाकर उसे पत्नी बनाकर रखा गया। मामले में आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बांसपहाड़ निवासी एक व्यक्ति ने 16 जून को थाना बोरतलाव में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी 14 जून से घर से बिना बताए कहीं चली गई है। परिजन को आशंका थी कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा तथा एसडीओपी आशीष कुंजाम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार श्रीवास ने जांच आगे बढ़ाई। पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हुआ कि ग्राम उरईडबरी (थाना छुरिया) निवासी यशवंत वर्मा (उम्र 26 वर्ष), नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपने साथ हैदराबाद ले गया है।
सायबर सेल राजनांदगांव की तकनीकी सहायता से आरोपी की लोकेशन का पता लगाकर, एक टीम सहायक उप निरीक्षक गोकुल सोनकर, आरक्षक वेदप्रकाश रत्नाकर तथा महिला आरक्षक सुषमा मराठे को हैदराबाद रवाना किया गया। टीम ने चंदन नगर, हाफिसपेट, कोंडापुर से बालिका को आरोपी के कब्जे से सकुशल बरामद कर राजनांदगांव लाया और परिजनों के सुपुर्द किया।
पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि आरोपी ने पहले उसे डोंगरगढ़ स्थित बम्लेश्वरी मंदिर ले जाकर मांग में सिंदूर भरकर और मंगलसूत्र पहनाकर विवाह किया, फिर हैदराबाद में पत्नी बनाकर रखा और लगातार लैंगिक शोषण करता रहा।
पुलिस ने मामले में धारा 64 (ड), 87 बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6 के तहत गंभीर धाराएं जोड़ीं। आरोपी यशवंत वर्मा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार श्रीवास, सउनि गोकुल सोनकर, आरक्षक वेदप्रकाश रत्नाकर तथा महिला आरक्षक सुषमा मराठे की प्रमुख भूमिका रही।
नाबालिग बालिका को हैदराबाद से सकुशल लाकर आरोपी को भेजा गया जेल
