राजनांदगांव। आगामी शारदीय नवरात्र पर्व को लेकर शक्तिधाम धर्मार्थ सेवा समिति द्वारा महाकाली मंदिर, बाबूटोला वार्ड क्रमांक-1 में बैठक आयोजित की गई। बैठक में समिति के संरक्षक गुरुदेव हरीश यादव के मार्गदर्शन में नवरात्र पर्व की रूपरेखा तय की गई। समिति अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र आरंभ होगा। 21 सितंबर को बिरही भिगोने की परंपरा निभाई जाएगी और 22 सितंबर को घट स्थापना व ज्योति प्रज्वलन के साथ विधिवत् नवरात्र की शुरुआत होगी।
समिति के संरक्षक गुरुदेव हरीश यादव ने जानकारी दी कि पंचांग अनुसार इस वर्ष चौथ तिथि दो दिन की होने के कारण पंचमी 27 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन मां महाकाली का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों सहित 56 प्रकार के भोग अर्पित किए जाएंगे।
रात्रि में भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय भजन मंडलियों के साथ श्रद्धालु भक्तजन शामिल होंगे।
कार्यक्रम के अनुसार, 30 सितंबर को अष्टमी के दिन दोपहर 3 बजे से हवन आयोजित होगा। हवन उपरांत निःसंतान दंपतियों के लिए विशेष अर्जी श्रीफल व भभूति का वितरण किया जाएगा, जिससे वे माता से संतान प्राप्ति की कामना कर सकें।
वहीं 1 अक्टूबर को नवमी तिथि पर संध्या 6 बजे सेवा भजन के साथ विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।
गुरुदेव हरीश यादव ने बताया कि इस वर्ष भी मंदिर में मनोकामना ज्योति जलाने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए समिति द्वारा व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने की योजना तैयार कर ली गई है।
शारदीय नवरात्र को लेकर शक्तिधाम में बैठक सम्पन्न, पंचमी पर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से मां को लगेगा 56 भोग
