राजनांदगांव। छुरिया विकासखंड के वनांचल क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पंडरापानी के आश्रित ग्राम ग्वालदण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला में पदस्थ सहायक शिक्षक (वर्ग-3) लोकेश साहू पर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कलेक्टर राजनांदगांव को लिखित शिकायत सौंपते हुए बताया कि शिक्षक साहू स्कूल जाने की बजाय निजी खेती और ठेकेदारी में व्यस्त हैं, जिससे आदिवासी बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक लोकेश साहू ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी छुरिया से मिलीभगत कर अपनी पोस्टिंग जानबूझकर दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में करवाई है, ताकि किसी की निगाह उन पर न पड़े और वे स्कूल आए बिना भी वेतन उठा सकें। शिकायत में बताया गया है कि लोकेश साहू कई महीनों से स्कूल नहीं आ रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें हर माह वेतन मिल रहा है।
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि साहू स्वयं की और किराए की करीब 50-60 एकड़ जमीन पर फार्महाउस बनाकर खेती कर रहे हैं और ठेकेदारी जैसे निजी कार्यों में लिप्त हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिक्षक को समझाने का प्रयास किया, लेकिन हर बार उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
गांववालों ने बताया कि वनांचल क्षेत्र में जांच दलों का पहुंचना मुश्किल होता है, इसी का फायदा उठाकर शिक्षक लोकेश साहू ने यहां पोस्टिंग करवा ली और पूरी तरह से गैरहाजिर रहते हुए भी सरकारी वेतन ले रहे हैं।
शिकायतकर्ताओं में शामिल ग्राम पटेल रघुराम, कोटवार समिता बाई, यशवंत कुमार (ग्राम पटेल किडकारी) वार्ड पंच महेंद्र, सत्यशिला, राकेश कुंजाम, संतराम उईके, शंभू, विजय कुमार, नेतराम उईके सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिखित में शिकायत दर्ज कराई।
गांववालों ने चेताया है कि यदि जल्द ही इस लापरवाह शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह की लापरवाही बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या वनांचल में पदस्थ यह शिक्षक प्रशासनिक कार्रवाई की आंच से बच पाएगा या फिर उस पर भी जांच का शिकंजा कसेगा।
बच्चों को पढ़ाने की बजाय खेती-बाड़ी और ठेकेदारी में व्यस्त शिक्षक, कलेक्टर से की शिकायत
