शिवनाथ तट पर सजेगा आस्था और उल्लास का संगम, 4 नवंबर से शुरू होगा मोहारा मेला

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राजनांदगांव। अंचल के प्रतिष्ठित मेलों में शुमार मोहारा मेला इस वर्ष भी अपने पारंपरिक स्वरूप में सजने लगा है। शिवनाथ नदी के तट पर तीन दिवसीय मेले का शुभारंभ 4 नवंबर से होगा। 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर हजारों श्रद्धालु शिवनाथ नदी में आस्था की डुबकी लगाकर दीपदान करेंगे। वहीं 6 नवंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मेला का समापन किया जाएगा।
मेले को लेकर नदी तट पर तैयारियां जोरों पर हैं। दूर-दराज के व्यापारी अपनी-अपनी दुकानें सजाने में जुट गए हैं। जगह-जगह खिलौनों, मिठाइयों, घरेलू सामान और ग्रामीण उत्पादों की दुकानें लगाई जा रही हैं। मेले में हर वर्ष की तरह इस बार भी छोटे-बड़े झूले, चरखे और मनोरंजन स्थल लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला मोहारा मेला जिले का सबसे बड़ा धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन माना जाता है। सूर्योदय के साथ ही श्रद्धालु शिवनाथ के दोनों तटों पर एकत्र होकर पवित्र स्नान करते हैं और दीपदान के जरिए आस्था प्रकट करते हैं। मेले में ग्रामीण अंचलों से लेकर शहरी क्षेत्र तक के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और नगर निगम ने संयुक्त रूप से सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली है। नदी किनारे पुलिस बल, गोताखोर और नाविकों की तैनाती की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मेला परिसर में निगरानी टीम और प्राथमिक उपचार केंद्र भी बनाए जाएंगे।
मेला शुरू होने से पहले ही पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। व्यापारियों के पहुंचने से बाजारों में रौनक बढ़ गई है। श्रद्धालु और ग्रामीणजन मोहारा मेला को आस्था, आनंद और मिलन का पर्व मानते हैं।