अंतर्राष्ट्रीय सुनामी जागरूकता दिवस पर खैरागढ़ महाविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित

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खैरागढ़। रानी रश्मि देवी सिंह शासकीय महाविद्यालय खैरागढ़ में भूगोल विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सुनामी जागरूकता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ. ओपी गुप्ता एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. जितेंद्र कुमार साखरे के मार्गदर्शन में किया गया।
विभागाध्यक्ष एवं आइक्यूएसी प्रभारी श्रीमती सृष्टि वर्मा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2015 में यह निर्णय लिया था कि प्रत्येक वर्ष 5 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय सुनामी जागरूकता दिवस मनाया जाएगा। इस दिवस का उद्देश्य लोगों में आपदा के समय सतर्कता और तैयारी के महत्व को रेखांकित करना है। उन्होंने कहा कि सुनामी जैसी प्राकृति आपदाओं से निपटने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।
प्रो. सतीश महला और प्रो. मोनिका जत्ती ने विद्यार्थियों को सुनामी के संकेतों और सावधानियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि कभी समुद्र किनारे पानी अचानक पीछे हटने लगे तो यह सुनामी का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत ऊँचे स्थान की ओर जाकर स्वयं और दूसरों को सुरक्षित करना चाहिए।
इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. सुरेश कुमार आडवाणी, हिंदी विभाग के प्रो. यशपाल जंघेल, वनस्पति विज्ञान की प्रो. भबीता मांडवी, रसायन शास्त्र की प्रो. मनीषा नायक, व्याख्याता डॉ. उमेंद कुमार चंदेल, डॉ. परमेश्वरी कुंभज, टांडिया विकाश जोशी एवं अंजली सिंह सहित अनेक संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक करना और सुनामी जैसी आपदाओं में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना था।