राजनांदगांव। 24 नवंबर 2025रू थाना बोरतलाव क्षेत्र के ग्राम कौहापानी के पहाड़ी जंगल में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की है। इस दौरान जिला बालाघाट (मप्र) के निरीक्षक आशीष शर्मा गोली लगने से शहीद हो गए।
जानकारी के मुताबिक, 19 नवंबर को स्थानीय सूचना मिलने पर जिला बालाघाट, जिला गोंदिया (महाराष्ट्र), जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और जिला राजनांदगांव (छग) की संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुई। सर्चिंग के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें निरीक्षक शर्मा शहीद हुए।
मुठभेड़ के बाद अभियान को और तेज कर लगभग 300 अतिरिक्त पुलिस बल को शामिल किया गया। लगातार 3-4 दिनों तक सघन सर्चिंग की गई। अभियान के दूसरे चरण में एसटीएफ छत्तीसगढ़, डीआरजी राजनांदगांव और डीआरजी मोहला-मानपुर की टीमें शामिल रही।
22 नवंबर को पुलिस टीम नक्सली डेरे तक पहुंची। पुलिस को देख नक्सली जंगल में भाग गए और अपना सामान छोड़ गए।
बरामद सामग्रियों में नक्सलियों के वर्दी और पिट्ठू बैग, लिखित दस्तावेज और डायरी, सोलर पैनल और चार्जिंग सेट्स, खाना बनाने के बर्तन, टेंट, तिरपाल, वॉकी-टॉकी सेट, विस्फोटक सामग्री एवं राशन सामग्री शामिल है।
सर्चिंग के दौरान मुठभेड़ स्थल से कुछ दूरी पर खून के धब्बे भी मिले। इससे कम से कम तीन नक्सली गंभीर रूप से घायल होने की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, घायल नक्सलियों के उपचार के लिए स्थानीय ग्रामीणों से मदद लेने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीणों ने सहयोग से इनकार कर दिया।
एसटीएफ बघेरा की 6 पार्टियां, डीआरजी मोहला और डीआरजी राजनांदगांव की टीमों ने नक्सलियों द्वारा छोड़ी गई सभी सामग्री को विधिसम्मत तरीके से जब्त किया। जिला प्रशासन ने बताया कि पड़ोसी राज्यों के बलों के साथ मिलकर नक्सल विरोधी अभियान निरंतर जारी रहेगा।
कौहापानी जंगल में नक्सलियों की भारी सामग्री बरामद
