अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी का पूर्व सांसद मधुसूदन यादव ने किया सम्मान

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राजनांदगांव। विश्वप्रसिद्ध भारतीय संत एवं अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा राजनांदगांव जिला के छुरिया विकासखंड अंतर्गत स्थित ग्राम हालेकोसा में आायोजित 07 दिवसीय शिव महापुराण कथा के श्रवण हेतु पूर्व सांसद एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मधुसूदन यादव सपरिवार कथास्थल पहुॅचे और शिव महापुराण कथाअमृत का रसपान किया।
शिवमहापुराण कथा के अंतिम दिवस में कथा श्रवण के पूर्व भाजपा नेता मधुसूदन यादव ने सपरिवार आयोजक शिवभक्त दिनेश साहू के निज निवास पर पहुॅचकर विश्वप्रसिद्ध सनातनी संत पंडित प्रदीप मिश्रा जी से सौजन्य भेंट की और राजनांदगॉव जिला एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश के सनातनी अनुयायीगण की ओर से पूज्य प्रदीप मिश्रा जी का सम्मान किया । इस पुण्यअवसर पर उनके साथ ज्येष्ठ पुत्र रिभय यादव, कनिष्ठ पुत्र शौर्य यादव, धर्मपत्नी श्रीमती करूणा यादव, मुख्य आयोजक दिनेश साहू एवं परिवार, पारिवारिक इष्टमित्र सावन वर्मा, पारस वर्मा, आकाश मंजूषा चोपड़ा, आयुष चौबे उपस्थित रहे।
पूर्व सांसद मधुसूदन ने कथावाचक मिश्रा जी को गुलाब पुष्प की माला पहनाकर, अंगवस्त्र भेंट करके एवं चरण वंदना करके आशीर्वाद प्राप्त किया। पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपने गले की माला उतारकर पूर्व सांसद मधुसूदन को आशीर्वादस्वरूप पहनाते हुए उन्हें सदैव जनसेवा करने और जीवन में मनोवांछित सफलता प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया। पूज्य प्रदीप मिश्रा जी ने उपस्थित सभी भक्तों को आशीष देते हुए कहा कि जो शिव की सेवा में लगे रहते हैं, वह कभी खाली हाथ नहीं रहते, उनके हाथ सदा ही भरे रहते हैं। आप सभी को हालेकोसा की पावन भूमि पर शिवतत्व को प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है, जो प्रभु की कृपा, उदारता, दया के बिना संभव नहीं है। भगवान शंकर के दरवाजे पर आने से दुःख समाप्त होता है और उनका प्रसाद ग्रहण करने से बाधाएॅ दूर होती है, जीवन में कल्याण होता है।
श्री यादव ने श्रद्धेय कथावाचक मिश्रा जी के आशीर्वचनों के लिये उन्हें बारम्बार धन्यवाद देते हुए उनका चरण स्पर्श किया और छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर पधार कर शिवमहापुराण कथा रसामृत के 7 दिवसीय भक्तिमय आयोजन से सनातनी बन्धुओं एवं शिवभक्तों के मन में शिवभक्ति एवं शिवकृपा का दीप जलाने के लिये प्रदेश की जनता की ओर से हार्दिक आभार व्यक्त किया, साथ ही, भविष्य में पुनः संस्कारधानी की जनता को अपनी सेवा एवं सानिध्य का अवसर प्रदान करने का आग्रह किया।