ड्राइवर ने की आत्मदाह की कोशिश, बेरियर प्रभारी हटाए गए

राजनांदगांव (नांदगांव टाइम्स) : पाटेकोहरा बेरियर में हाल ही में हुई एक गंभीर घटना ने प्रशासन और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बेरियर पर तैनात टीआई द्वारा एक ट्रक ड्राइवर से मारपीट किए जाने के बाद पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया।स्थिति तब और गंभीर हो गई जब आक्रोशित एक ड्राइवर ने आत्मदाह करने की कोशिश की। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया और उपायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बेरियर प्रभारी को हटा दिया हालांकि, मारपीट करने वाले टीआई के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ड्राइवर संघ में नाराजगी बनी हुई है।आनन-फ़ानन में विभाग में बैठे उच्च अधिकारियों ने प्रभारी को तो हटा दिया लेकिन मारपीट करने वाले टी आई को ना हटाकर मुख्यमंत्री के छबि पर पलीता लगा दिया ।

अधिकारियों ने बेरियर प्रभारी की कॉल नहीं उठाई
जानकारी के मुताबिक, जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन बेरियर प्रभारी ने हेड ऑफिस के अधिकारियों को सात से आठ बार कॉल किया, लेकिन किसी ने भी उनका फोन रिसीव नहीं किया।इससे साफ होता है कि उच्च अधिकारियों ने इस मामले में समय पर कोई संज्ञान नहीं लिया।
स्टाफ की कमी और प्रशासनिक लापरवाही
पहले से ही बेरियर पर स्टाफ की भारी कमी है, लेकिन इसके बावजूद परिवहन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ड्राइवरों का कहना है कि बेरियर पर अधिकारियों का रवैया काफी सख्त रहता है और कई बार उनके साथ अनुचित व्यवहार किया जाता है।
पाटेकोहरा बेरियर में मैकेनिकल फीस के नाम पर वसूली
सूत्रों के अनुसार, ट्रक ड्राइवरों से बेरियर पर जबरन मैकेनिकल फीस वसूली जाती है, जबकि इसका कोई स्पष्ट नियम नहीं है। ड्राइवरों का आरोप है कि यह पूरी वसूली एक संगठित गिरोह के इशारे पर होती है, जिसमें कुछ अधिकारियों की भी संलिप्तता हो सकती है। इस अनियमितता से गाड़ी चालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
क्या अधिकारियों ने किया नियमों का उल्लंघन ?
सूत्रों के मुताबिक, रायपुर में बैठे परिवहन विभाग के उच्च अधिकारी अपने चहेते अधिकारियों को मनमाने तरीके से तैनात कर रहे हैं। बिना किसी आधिकारिक अनुमोदन के नियुक्ति करना यह दर्शाता है कि अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। इससे सरकार की कार्यशैली और नियमों की निष्पक्षता पर भी सवाल उठने लगे हैं।
बिना मंत्री की मंजूरी के हुई नए प्रभारी की नियुक्ति
इसी बीच, बेरियर पर नए प्रभारी चंद्र कुमार साहू की नियुक्ति को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि उनकी नियुक्ति बिना परिवहन मंत्री जो की अभी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास है उनके अनुमोदन के की गई है, जो नियमों के खिलाफ है। इससे मुख्यमंत्री की छबि धूमिल हो गई है और अधिकारी उनके छबि पर पलीता लगाने को है
विभाग की भूमिका संदिग्ध
गंभीर बात यह भी है कि इस पूरी घटना के बावजूद परिवहन विभाग ने अब तक ड्राइवर के खिलाफ थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है, जबकि सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में कार्रवाई होनी चाहिए थी।
इस पूरे मामले ने रायपुर में बैठे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रक ड्राइवर संघ ने चेतावनी दी है कि अगर दोषी टीआई के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे। वहीं, परिवहन विभाग के अधिकारी अभी इस पर कोई स्पष्ट जवाब देने से बच रहे हैं।